Mahakumbh में फिर आग का तांडव! सेक्टर 18-19 के कई पंडाल जलकर राख
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बार-बार आगजनी की घटनाओं से महाकुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं, प्रशासन ने श्रद्धालुओं से सतर्क रहने की अपील की।
9 फरवरी, 30 जनवरी और 19 जनवरी को भी आग की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई टेंट और शिविर जलकर खाक हो गए थे।
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, लियोपोल्ड कैफे, ताज होटल, ओबेरॉय होटल और नरीमन हाउस को निशाना बनाया गया।
Prayagraj/महाकुंभ मेले में शनिवार को एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई। सेक्टर 18 और 19 के बीच स्थित कई पंडाल आग की चपेट में आ गए। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य में जुट गईं। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए आग पर काबू पा लिया। शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि जिन तंबुओं में आग लगी, वे कल्पवासियों द्वारा पहले ही खाली किए जा चुके थे।
यह पहली बार नहीं है जब महाकुंभ मेले में आगजनी की घटना हुई हो। इससे पहले 9 फरवरी को सेक्टर 23 में आग लगी थी, जिसकी वजह गैस सिलेंडर का रिसाव बताया गया था। इस आग में खान-पान की दुकान ‘महाराजा भोग’ समेत कई पंडाल जलकर खाक हो गए थे। इसी तरह, 30 जनवरी को सेक्टर 22 में भीषण आग लगने से 15 टेंट जल गए थे, जबकि 19 जनवरी को सेक्टर 19 में 18 शिविर आग की भेंट चढ़ गए थे।
हर बार फायर ब्रिगेड की तत्परता से बड़ी जनहानि टल गई, लेकिन इन घटनाओं ने महाकुंभ मेले में सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की है।